Buldhana: AIMIM का विरोध: जनावर बाजार बंदी से हजारों परिवारों की रोजी-रोटी खतरे में

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Malkapur Today News मुख्य संपादक
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AIMIM का विरोध: जनावर बाजार बंदी से हजारों परिवारों की रोजी-रोटी खतरे में
AIMIM का विरोध: जनावर बाजार बंदी से हजारों परिवारों की रोजी-रोटी खतरे में


जनता के रोजगार और व्यापार पर संकट: गोकशी रोक आदेश के खिलाफ AIMIM का राज्यपाल को निवेदन
ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) जिला बुलढाणा की ओर से राज्यपाल को सौंपा गया निवेदन

बुलढाणा | 2 जून 2025

महाराष्ट्र गोकशी नियंत्रण अधिनियम के तहत महाराष्ट्र गोकशी आयोग द्वारा 3 जून से 8 जून 2025 तक राज्य भर में घोषित किए गए ‘गोकशी विरोध सप्ताह’ के अंतर्गत मवेशी बाजारों पर प्रतिबंध लगाए जाने के विरोध में ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM), जिला बुलढाणा की ओर से महामहिम राज्यपाल को एक निवेदन भेजा गया है। इस निवेदन में आयोग के आदेश को गैरकानूनी, पक्षपाती और अल्पसंख्यक समाज के आर्थिक हितों पर कुठाराघात बताया गया है।

AIMIM ने इस निवेदन में साफ तौर पर मांग की है कि गोसेवा आयोग द्वारा जारी किए गए आदेश को तुरंत निरस्त किया जाए और पारंपरिक जनावर बाजारों को पूर्ववत चालू रहने दिया जाए। निवेदन में यह भी स्पष्ट किया गया है कि गोसेवा आयोग का कार्य केवल निरीक्षण और अनुशंसा करने तक सीमित है, न कि बाजार समितियों को सीधा आदेश जारी करने का अधिकार उसे प्राप्त है।

जनता का कारोबार और रोज़गार बंद होने का खतरा

निवेदन में कहा गया है कि गाय-बैल, भैंस, मेंढा, शेळी (बकरी), ऊंट जैसे मवेशियों की खरीद-फरोख्त पर प्रतिबंध का सीधा असर किसानों, व्यापारियों, कसाइयों, गाड़ीवानों, कुर्सी-खटिया बनाने वाले दस्तकारों और मजदूर वर्ग पर पड़ेगा। इससे हजारों परिवारों की रोज़ी-रोटी खतरे में पड़ जाएगी और आर्थिक संकट खड़ा हो जाएगा।

व्यवस्था बिगड़ने की चेतावनी

AIMIM ने यह भी आगाह किया है कि अगर जनावर बाजारों को रोका गया तो इससे अवैध मवेशी व्यापार को बढ़ावा मिलेगा और चोरी से जानवरों की तस्करी का रास्ता खुलेगा, जिससे कानून-व्यवस्था की स्थिति और बिगड़ सकती है। इससे पुलिस-प्रशासन पर अतिरिक्त दबाव भी पड़ेगा।

जनता की मांग को नज़रअंदाज़ न किया जाए

इस निवेदन में AIMIM ने यह मांग की है कि राज्य सरकार इस विषय को गंभीरता से ले और जनता की भावना का आदर करते हुए आयोग के निर्णय को रद्द करे। यदि ऐसा नहीं हुआ, तो जनता का आक्रोश बढ़ेगा और सड़कों पर उतरने की नौबत आएगी।

निवेदन पर AIMIM के जिला अध्यक्ष Danish Shaikh के नेतृत्व में अनेक पदाधिकारियों ने हस्ताक्षर किए हैं, जिनमें प्रमुख रूप से गुलाब भाई शेख, आरिफ शेख, इरफान शेख, शाहिद शेख, यूनुस पठान, कासिम शेख, सलाम अली और अन्य प्रमुख हस्ताक्षरकर्ता शामिल हैं।

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