मालकापुर (ज़फर खान)
3-4 दिनों में जलापूर्ति दुरुस्त न हुई तो जिम्मेदार अधिकारियों पर गिरेगी गाज, निलंबन की चेतावनी
मालकापुर:
शहर में लगातार दूषित, बदबूदार और गंदले पानी की आपूर्ति से नागरिकों का स्वास्थ्य खतरे में पड़ गया है। इस गंभीर परिस्थिति को देखते हुए विधायक चैनसुख संचेती ने नगर परिषद अधिकारियों के साथ आपात बैठक कर सख्त चेतावनी दी है। उन्होंने स्पष्ट कहा, “पेयजल केवल एक नागरी सेवा नहीं, बल्कि यह सीधे तौर पर नागरिकों के स्वास्थ्य से जुड़ा अत्यंत संवेदनशील विषय है। इसमें लापरवाही बरतने वालों को बख्शा नहीं जाएगा।”
शहर के कई क्षेत्रों में पिछले कुछ दिनों से नलों में गंदा, पीले रंग का और दुर्गंधयुक्त पानी आ रहा है, जिससे लोग खासे परेशान हैं। इस पानी के सेवन से त्वचा रोग, पेट दर्द, उल्टी और डायरिया जैसी बीमारियों की शिकायतें बढ़ गई हैं। इससे नागरिकों में भारी आक्रोश फैल गया है।
चार दिन का अल्टीमेटम
स्थिति की गंभीरता को भांपते हुए विधायक संचेती ने सोमवार को नगर परिषद के अधिकारियों के साथ तात्कालिक बैठक बुलाई। बैठक में उन्होंने प्रशासन को चार दिन की मोहलत दी और स्पष्ट निर्देश दिया, “अगर निर्धारित समय में स्वच्छ और सुरक्षित पेयजल की आपूर्ति सुनिश्चित नहीं की गई, तो संबंधित अधिकारियों पर निलंबन की कार्यवाही की जाएगी।”
नागरिकों में रोष की लहर
स्थानीय निवासी बताते हैं कि “नल से आने वाला पानी बेहद गंदा और पीला है। यही पानी हम रोज़मर्रा की जरूरतों के लिए इस्तेमाल कर रहे हैं। बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक सब बीमार हो रहे हैं, लेकिन प्रशासन अब तक मौन है।”
विधायक खुद लेंगे दैनिक समीक्षा
विधायक संचेती ने यह भी घोषणा की कि वे इस मामले की गंभीरता को देखते हुए अब प्रतिदिन स्वयं नगर परिषद द्वारा की जा रही कार्रवाइयों की समीक्षा करेंगे। पानी की जांच, जल शुद्धिकरण प्रक्रिया, टंकियों की सफाई और वितरण प्रणाली पर विशेष ध्यान देने के निर्देश प्रशासन को दिए गए हैं।
प्रशासनिक लापरवाही पर उठे सवाल
इस संपूर्ण प्रकरण ने नगर प्रशासन की कार्यशैली पर प्रश्नचिन्ह खड़ा कर दिया है। नागरिकों ने संबंधित अधिकारियों की निष्क्रियता पर तीखी प्रतिक्रिया दी है। कई सामाजिक संगठनों ने चेतावनी दी है कि “यदि स्थायी समाधान नहीं निकाला गया तो बड़ा जन आंदोलन किया जाएगा।”


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